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23/05/2025

Dehradun : ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव, एक दिन‘ समय की आवश्यकता ; किसी विशेष दल के लिए नहीं बल्कि यह एक राष्ट्र हित के लिए बदलाव है!

 * ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव, एक दिन‘ समय की आवश्यकताः  पद्म श्री डाॅ. बी. के. एस. संजय

Dehradun : ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव, एक दिन‘ समय की आवश्यकता ; किसी विशेष दल के लिए नहीं बल्कि यह एक राष्ट्र हित के लिए बदलाव है!
 पद्म श्री डाॅ. बी. के. एस. संजय


देहरादून:कार्यालय जिलाधिकारी, देहरादून के तत्वाधान में देश में एक साथ चुनाव सम्पन्न कराये जाने के संबंध में संविधान (129वां संशोधन) विधेयक, 2024 एवं राज्य विधि (संशोधन) विधेयक, 2024 पर विचार-विमर्श हेतु गठित संयुक्त समिति द्वारा 22 मई, 2025 को ताज जसूरी फुटहिल देहरादून में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष पी. पी. चैधरी की गरिमामयी उपस्थिति में भारत सरकार द्वारा प्राप्त निर्देशों के अनुपालन में उत्तराखण्ड के स्थानीय प्रख्यात हस्तियों के साथ विचार-विमर्श किया गया। संयुक्त संसदीय समिति के सदस्य माननीय सांसद छोटेलाल  ने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव, एक दिन किसी विशेष दल के लिए नहीं बल्कि यह एक राष्ट्र हित के लिए बदलाव है। इस कार्यक्रम के दौरान सभी स्थानीय हस्तियों ने संयुक्त संसदीय समिति के सदस्यों के साथ अपने-अपने विचार एवं सुझाव सांझा किए। 


इस कार्यक्रम में देहरादून के वरिष्ठ  

Dehradun: 'one nation, one election, one day' requirement of time; Not for a particular party but a change for a nation's interest!
‘वन नेशन, वन इलेक्शन


आर्थोपीडिक एवं स्पाइन सर्जन  पद्म श्री डॉ. बी.के.एस. संजय ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन‘ पहल का जोरदार समर्थन करते हुए इसे एक परिवर्तनकारी प्रस्ताव बताया, जो भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया की दक्षता और स्थिरता को बढ़ा सकता है। उन्होंने केंद्र, राज्य और स्थानीय स्तरों पर एक साथ चुनाव कराने के संभावित लाभों को रेखांकित किया जिनमें मानव संसाधन, वित्तीय व्यय और प्रशासनिक प्रयासों की महत्वपूर्ण बचत शामिल है। 

साथ ही, डॉ. संजय ने भारत की संघीय विविधता को बनाए रखने के महत्व को रेखांकित किया और चेताया कि क्षेत्रीय मुद्दे राष्ट्रीय विमर्श में दब न जाएं। उन्होंने चुनावी प्रक्रिया में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों की भागीदारी रोकने के लिए व्यापक चुनाव सुधारों की भी वकालत की। इसके अलावा, उन्होंने केंद्र या राज्य में सरकार के कार्यकाल के बीच गिरने की स्थिति में स्पष्ट और लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं निर्धारित करने की सिफारिश की। डॉ. संजय ने सभी नागरिकों, विशेषकर बुजुर्गों, दिव्यांगों और विदेशों में रहने वाले भारतीयों की भागीदारी बढ़ाने के लिए सुरक्षित ऑनलाइन वोटिंग प्रणाली अपनाने एवं अनिवार्य मतदान की अपील की। 

कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्य सचिव श्री एन. रवि शंकर, पद्म श्री कल्याण सिंह रावत, पद्म श्री प्रीतम सिंह भर्तवाण, पद्म  कन्हैया लाल पोखरियाल, स्वतंत्रता सेनानी, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी एवं अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

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