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31/03/2025

Religion:-खुशनुमा जीवन - एक कला": ब्रह्माकुमारीज़ नोएडा द्वारा आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन राजयोग ध्यान से मिली जीवन में सुख और शांति की प्रेरणा

खुशनुमा जीवन - एक कला": ब्रह्माकुमारीज़ नोएडा द्वारा आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन राजयोग ध्यान से मिली जीवन में सुख और शांति की प्रेरणा

ब्रह्माकुमारीज़ नोएडा


नोएडा: ब्रह्माकुमारीज़ सेक्टर 52, नोएडा द्वारा आज "खुशनुमा जीवन - एक कला" विषय पर एक विशेष आध्यात्मिक सत्र आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और अपने जीवन में सुख और शांति के लिए राजयोग ध्यान और सकारात्मक जीवनशैली के के महत्व को समझा।

नृत्य नाटिका से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ

कार्यक्रम की शुरुआत में ब्रह्माकुमारी बहन नंदिनी ने एक मनमोहक नृत्य नाटिका के माध्यम से जीवन में आंतरिक खुशी के महत्व को प्रस्तुत किया। इसके बाद मुख्य वक्ता ब्रह्माकुमारी हुसैन (ओम शांति रिट्रीट सेंटर, मानेसर) ने खुशहाल जीवन जीने के आध्यात्मिक सूत्र साझा किए।

राजयोग ध्यान: तनावमुक्त जीवन की कुंजी

बीके हुसैन ने बताया कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक शांति पाने के लिए राजयोग ध्यान एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने बताया:(1)खुशी के लिए स्वयं की सराहना करें और दूसरों के अच्छे कार्यों को भी सराहें।(2)प्रतिस्पर्धा के भाव को छोड़कर दूसरों की खुशी में भागीदार बनें।(3)वर्तमान में जिएं, अतीत के बोझ को न ढोएं।(4)ईश्वर के प्रति कृतज्ञता का भाव रखें और हर स्थिति में संतुलन बनाए रखें।

उन्होंने कहा, "राजयोग ध्यान हमें साक्षी भाव सिखाता है, जिससे हर परिस्थिति में शांति और प्रसन्नता बनी रहती है।"

ब्रह्माकुमारीज़ दर्शन का महत्व

कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी कीर्ति (लीना दीदी), संचालिका (नोएडा सेक्टर 46, 51, 15) ने राजयोग ध्यान के व्यावहारिक लाभ बताते हुए कहा:"यह ध्यान हमारे मन को शांत करता है और नकारात्मकता से मुक्ति दिलाता है। नियमित अभ्यास से जीवन में सुख और आत्मविश्वास बढ़ता है।"

उन्होंने प्रतिभागियों को ध्यान का लाइव अभ्यास भी कराया, जिससे सभी ने गहरी आंतरिक शांति का अनुभव किया।

धन्यवाद और भविष्य की योजनाएं

अंत में ब्रह्माकुमारी संगीता बहन (संचालिका, सेक्टर 52) ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने का आश्वासन दिया। उन्होंने सभी को नियमित राजयोग अभ्यास और ब्रह्माकुमारीज़ के शिक्षाओं को जीवन में अपनाने का आग्रह किया।

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