Hip replacement : हिप रिप्लेसमेंट 25 साल तक कम कर सकता है ! होटल हयात सेंट्रिक में हिप ट्रांसप्लांट पर आधारित एक संगोष्ठी एक आयोजित किया गया

देहरादून:उत्तरांचल ऑर्थोपीडिक एसोसिएशन की ओर से स्थानीय होटल हयात सेंट्रिक में हिप ट्रांसप्लांट पर आधारित एक संगोष्ठी एक आयोजित की गई। सगोष्ठी का उद्घाटन एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष, पद्मश्री डॉ. बी. के. एस. संजय, वर्तमान अध्यक्ष डॉ. एस. एन. सिंह एवं आयोजन सचिव डॉ. गौरव गुप्ता ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

Hip Replacement: Hip replacement can reduce by 25 years!  A seminar based on hip transplant was held at Hotel Hyattric

                                        उत्तरांचल ऑर्थोपीडिक एसोसिएशन 



उत्तरांचल ऑर्थोपीडिक एसोसिएशन के

इस अवसर पर, संस्थापक अध्यक्ष पद्मश्री, गिनीज रिकॉर्ड होल्डर प्रो. डॉ. बी. के. एस. संजय ने प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जर्नल द लांसेट का हवाला देते हुए कहा कि हिप रिप्लेसमेंट शताब्दी की सबसे सफल सर्जरी है। द लांसेट एक उच्च स्तर की अंतरराष्ट्रीय साप्ताहिक मेडिकल पत्रिका है, जो अपने शोधपत्रों के लिए कड़े मानक निर्धारित करती है।

डॉ .संजय ने कहा कि बोन सीमेंट के अविष्कार और सर जॉन चार्नली की लो-फ्रिक्शन आर्थ्रोप्लास्टी के विकास के बाद से टोटल हिप रिप्लेसमेंट आज की क्लिनिकल दुनिया में एक सामान्य और अत्यधिक प्रभावी सर्जरी बन गई है। हालांकि भारत में यह सर्जरी विकसित देशों की तुलना में उतनी आम नहीं है। जब भी किसी मरीज को हिप रिप्लेसमेंट की सलाह दी जाती है, तो उनका पहला और महत्वपूर्ण सवाल होता है “हिप रिप्लेसमेंट कितने साल चलेगा?” यह सवाल मरीज और सर्जन दोनों के लिए अहम होता है, क्योंकि यह दीर्घकालिक परिणामों और मरीज की संतुष्टि को प्रभावित करता है।

हिप रिप्लेसमेंट 25 साल तक कम कर सकता है 

पद्मश्री डॉ. संजय ने कहा कि अब तक 15 से 25 वर्षों तक हिप रिप्लेसमेंट सफलतापूर्वक चलने का अनुभव हो चुका है। उन्होंने जानकारी दी कि एक उल्लेखनीय केस से यह भी ज्ञात हुआ कि मोल्ड हिप रिप्लेसमेंट 65 वर्षों तक चला। उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि कुछ मामलों में हिप रिप्लेसमेंट आजीवन टिक सकता है और मरीज भारतीय समाज की सामान्य आवश्यकताओं जैसे पालथी लगाना और स्क्वाट करना भी कर सकते हैं। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि अगर 1950 के दशक की मोल्ड आथ्रोप्लास्टी 65 साल तक चल सकती है, तो आज की आधुनिक टी.एच.आर. जीवनभर क्यों नहीं चल सकती? आजकल के इम्प्लांट मैटेरियल, डिजाइन और सर्जिकल तकनीकें काफी उन्नत हो चुकी हैं।

राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर के अन्य विशेषज्ञ जैसे डॉ. एस. एस. मोहंती, डॉ. विजय कुमार, डॉ. बी. एस. मूर्ति, डॉ. मुदित खन्ना, डॉ. गौरव गुप्ता, डॉ. प्रवीण मित्तल और डॉ. हेमांशु कोचर सहित अन्य विशेषज्ञों ने भी हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार साझा किए।

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