हाजीपुर :पूर्व मध्य रेल, मुख्यालय, हाजीपुर में क्षेत्रीय रेल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 84 वीं संयुक्त बैठक का आयोजन संपन्न हुआ । इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने कहा कि मुख्यालय, हाजीपुर “क” क्षेत्र में है और यहाँ सभी हिंदी जानते हैं । पूर्व मध्य रेल पर राजभाषा का प्रयोग-प्रसार निरंतर बढ़ रहा है । इस तिमाही में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उनके द्वारा अंतर्विभागीय राजभाषा चलशील्ड प्रशासन विभाग को प्रदान किया गया । यह शील्ड वरिष्ठ उप महाप्रबंधक पंकज कुमार ने प्राप्त किया । उल्लेखनीय है कि पूर्व मध्य रेल मुख्यालय, हाजीपुर में राजभाषा पखवाड़ा-2025 के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जा रहा है । इस अवसर पर महाप्रबंधक ने माननीय रेल मंत्री के हिंदी दिवस संदेश का वाचन भी किया और सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया कि वे अपना ज्यादातर कार्य हिंदी में ही करें ताकि भारत सरकार की राजभाषा नीति का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके । महाप्रबंधक ने कहा कि अपनी भाषा की सेवा राष्ट्र सेवा है. कार्यक्रम दो सत्रों में चला ।
बैठक को संबोधित करते हुए अपर महाप्रबंधक अमरेन्द्र कुमार ने कहा कि भारतीय रेल का राष्ट्रीय महत्व है । उन्होंने बताया कि जो हिंदीत्तर-भाषी हैं उन्होंने राष्ट्रभाषा की ज्यादा सेवा की है । केरल से लेकर दक्षिण भारत के कई क्षेत्रों में हिंदी के विकास और प्रचार-प्रसार में रेल का बड़ा योगदान है ।
इस अवसर पर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक विजय कुमार ने महाप्रबंधक के हिंदी दिवस संदेश का वाचन किया एवं उम्मीद जताई कि महाप्रबंधक के कुशल नेतृत्व में पूर्व मध्य रेल राजभाषा के प्रयोग-प्रसार में अग्रणी रहेगा. उन्हौनें विगत तिमाहियों में राजभाषा के क्षेत्र में हुए विभिन्न कार्यों को समिति के अध्यक्ष महाप्रबंधक के समक्ष रखा ।
उप महाप्रबंधक (राजभाषा) श्री केशव त्रिपाठी ने बैठक का संचालन करते हुए समिति को मदवार ब्यौरा प्रस्तुत किया. बैठक में रेलवे बोर्ड की मानक कार्यसूची के ऊपर चर्चा हुई और मार्च-जून-2025 को समाप्त तिमाही में हिंदी के प्रयोग-प्रसार का जायजा लिया गया । इस अवसर पर विभिन्न विभागों के प्रधान विभागाध्यक्ष व मंडलों आदि से आए अपर मंडल रेल प्रबंधक व अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक के दूसरे सत्र में राजभाषा पखवाड़ा-2025 के अंतर्गत विचार गोष्ठी कार्यक्रम में वक्ता के रूप में डॉ. संजय पंकज ने कहा कि हिंदी के विकास में भारतीय रेल का महत्वपूर्ण स्थान है । उन्होंने साहित्य के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लेखकों की जयंतियाँ व पुण्यतिथियों के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन किए जाने चाहिए । पत्रिकाओं के नियमित प्रकाशन पर ध्यान दिया जाना चाहिए । हमें अपनी समृद्ध विरासत को हर हाल में बचाना होगा । इस अवसर पर मुख्यालय कला समिति के कलाकारों द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति की गई ।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन श्री अनिल कुमार शर्मा, राजभाषा अधिकारी ने किया ।
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